Wednesday, May 9, 2018

गुमराह युवा जान लें कि कश्मीर की आजादी की मंशा कभी पूरी नहीं होगी: आर्मी चीफ बिपिन रावत

सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कश्मीर में अशांति फैलाने वाले गुटों को चेतावनी दी है। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा कि कश्मीर की आजादी के लिए हथियार उठाने वाले युवा जान लें कि उनकी यह मंशा कभी पूरी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आप हमसे लड़ोगे तो हम आपसे लड़ेंगे।.
युवाओं को गुमराह किया जा रहा
- सेना प्रमुख ने कहा, कश्मीरी युवाओं को गुमराह किया जा रहा है। उन्हें कहा जा रहा है कि इस रास्ते पर चलने से आजादी मिलेगी।
- रावत ने कहा, "मैं कश्मीरी युवाओं को बता देना चाहता हूं कि कश्मीर की आजादी नामुमकिन है। यह कभी नहीं होने वाला।"
मैं मारे गए आतंकियों की संख्या नहीं देखता
- रावत ने कहा, "मैं सेना के साथ मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की संख्या को अहमियत नहीं देते। यह तो चलता रहेगा। नई भर्तियां होती रहेंगी। यह सब बेमानी है। इससे (आतंकियों को) कुछ भी हासिल नहीं होने वाला। आप सेना का मुकाबला नहीं कर सकते।
युवा मरते हैं तो दुख हमें भी होता है
- जनरल रावत ने कहा कि मुठभेड़ में युवा मारे जाते हैं तो दुख हमें भी होता है। हमें इस पर कोई खुशी नहीं होती। लेकिन वो लड़ते हैं तो हमारे पास भी भरपूर ताकत से मुकाबला करने के सिवाय कोई चारा नहीं बचता।
सीरिया-पाकिस्तान की सेना जैसे हम क्रूर नहीं
- सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीरी युवाओं को समझना चाहिए कि भारतीय सुरक्षाबल दूसरे देशों जैसे क्रूर नहीं हैं। सीरिया और पाकिस्तानी तो ऐसे हालात से निपटने के लिए टैंकों से और हवाई हमले किए जाते हैं। दूसरी तरफ, हमारी सेना नागरिकों की हिफाजत के लिए हर मुमकिन कोशिश करती है।
युवाओं को गुमराह किया जा रहा
- सेना प्रमुख ने कहा, कश्मीरी युवाओं को गुमराह किया जा रहा है। उन्हें कहा जा रहा है कि इस रास्ते पर चलने से आजादी मिलेगी।
- रावत ने कहा, "मैं कश्मीरी युवाओं को बता देना चाहता हूं कि कश्मीर की आजादी नामुमकिन है। यह कभी नहीं होने वाला।"
मैं मारे गए आतंकियों की संख्या नहीं देखता
- रावत ने कहा, "मैं सेना के साथ मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की संख्या को अहमियत नहीं देते। यह तो चलता रहेगा। नई भर्तियां होती रहेंगी। यह सब बेमानी है। इससे (आतंकियों को) कुछ भी हासिल नहीं होने वाला। आप सेना का मुकाबला नहीं कर सकते।
युवा मरते हैं तो दुख हमें भी होता है
- जनरल रावत ने कहा कि मुठभेड़ में युवा मारे जाते हैं तो दुख हमें भी होता है। हमें इस पर कोई खुशी नहीं होती। लेकिन वो लड़ते हैं तो हमारे पास भी भरपूर ताकत से मुकाबला करने के सिवाय कोई चारा नहीं बचता।
सीरिया-पाकिस्तान की सेना जैसे हम क्रूर नहीं
- सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीरी युवाओं को समझना चाहिए कि भारतीय सुरक्षाबल दूसरे देशों जैसे क्रूर नहीं हैं। सीरिया और पाकिस्तानी तो ऐसे हालात से निपटने के लिए टैंकों से और हवाई हमले किए जाते हैं। दूसरी तरफ, हमारी सेना नागरिकों की हिफाजत के लिए हर मुमकिन कोशिश करती है।

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